दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
लिङ्गाष्टकम्
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
It is thought that regular chanting of Chalisa brings happiness, peace, and prosperity inside the life in the devotees.
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
मंत्र महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
त्रयोदशी ब्रत करे more info हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
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